जानिए दिव्य स्वर्ण भस्म के फायदे और नुकसान | Swarn bhasma ke Fayde in Hindi

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स्वर्ण भस्म के फायदे, नुकसान और इसे बनाने का तरीका !

Posted on May 20, 2022
स्वर्ण भस्म के फायदे, नुकसान और इसे बनाने का तरीका !
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स्वर्ण भस्म का परिचय और फायदे (Introduction and benefits of Swarna Bhasma in hindi)

क्या आप स्वर्ण भस्म के फायदे (Swarn bhasm benefits in hindi) जानते है? दोस्तों स्वर्ण यानी सोना के बारे में तो सब जानते है, पर सोने से ही एक औषधि बनाई जाती है जिसे स्वर्ण भस्म के नाम से जाना जाता है। इसके बारे में बहुत कम लोग जानते है। स्वर्ण भस्म का आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत अहम योगदान है। इसके औषधीय गुणों की वजह से यह अनेक आयुर्वेदिक औषधियों में इस्तेमाल किया जाता है। स्वर्ण भस्म को एक उत्तम रोग प्रतिरोधक शक्ति प्रदान करने वाला द्रव्य माना गया है। यह जवानी बरकरार रखता है और बुढ़ापे को दूर करता है। इसके अलावा यह इनफर्टिलिटी, टिश्यू डैमेज, अस्थमा, टोक्सिसिटी, स्किन डिजीज, टीबी, एनीमिया और अन्य बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक उपचार में इस्तेमाल किया जाता है।

 

स्वर्ण भस्म को बनाने की विधि (How to make Swarna Bhasma in Hindi)

दोस्तों स्वर्ण भस्म को 24 कैरेट शुद्ध सोने का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है। इसे बनाने के लिए शुद्ध स्वर्ण पत्र पर रससिंधुरा (Mercurial compound) का पेस्ट लगाकर निम्बू के रस में डुबोकर रखा जाता है। इसके बाद इसे एक मजबूत कंटेनर में रखकर चारो तरफ से अच्छी तरह से हवाबंद कर दिया जाता है। इसके बाद इस कंटेनर को 400 से 500 डिग्री सेंटी ग्रेट के तापमान में रखा जाता है। इस तापमान में यह गल जाता है और द्रव्य बन जाता है। द्रव्य बनने के बाद इसे सुखाया जाता है तत्पश्चात इसका पाउडर बना लिया जाता है। (इसे तैयार करने की कई विधिया है ये उनमे से एक है)

स्वर्ण भस्म के गुण-धर्म फायदे (Properties and benefits of Swarna Bhasma)

स्वर्ण भस्म मधुर -कसैला स्वाद वाली व लघु स्निग्ध गुण वाली एक दिव्य आयुर्वेदिक औषधि है। यह तासीर में ठंडी होती है, ऐसे में पित्त प्रकृति वाले लोग भी इसका सेवन कर सकते हैं। स्वर्ण भस्म में आयरन (Iron), सिलिका (Silica), कैल्शियम (Calcium), सल्फर (Sulphur), कॉपर (Copper), पोटैशियम (Potassium), सोडियम (Sodium), फेरस ऑक्साइड (Ferrous Oxide) जैसे पोषक तत्व पाए जाते है कई बिमारियों से बचाव एवं स्वस्थ्य शरीर के लिए बहुत जरुरी होते है।

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स्वर्ण भस्म के फायदे (Swarn Bhasm ke fayde in hindi)

मानव स्वास्थ्य के लिए स्वर्ण भस्म बहुत लाभकारी होती है। तो आइये जानते है की किस-किस बीमारी में यह लाभ पहुँचता है और छुटकारा पाने में मदद करता है।

इम्युनिटी पावर बढाए (Boost's Immunity)

swarn bhasm benefits for immunity in hindi

कमजोर इम्युनिटी की वजह से व्यक्ति जल्दी संक्रमित और बीमारीग्रस्त हो जाते है। स्वर्ण भस्म में मौजूद खनिज और पोषक तत्व हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity power) बढाते है और वायरल संक्रमण के खिलाफ लड़ने की शक्ति प्रदान करते है जिससे व्यक्ति जल्दी-जल्दी बीमार होने से बचते है।

यौन स्वास्थ्य में फायदेमंद (Beneficial in Sexual Health)

sex problem me swarn bhasm ke fayde

अगर पुरुष अपनी यौन जीवन में कमजोर प्रदर्शन से दुखी है तो यौन शक्ति बढ़ाने के लिए स्वर्ण भस्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह श्रेष्ठ बलवर्धक फार्मूला है।  इसके इस्तेमाल से शुक्राणुओं की संख्या (sperm count) में बृद्धि होती है। यह शीघ्रपतन की समस्या को हल करने में मदद करता है। इसके अलावा पुरुष तथा महिला दोनों स्वर्ण भस्म की मदद से अपनी फर्टिलिटी में सुधार कर सकते है।

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दिमाग को रखे स्वास्थ्य और एक्टिव (Keep mind healthy and active)

active mind ke liye swarn bhasm ke fayde

स्वर्ण भस्म दिमाग को स्वस्थ रखता है और एक्टिव बनाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से बच्चो में मानसिक विकास बहुत तेजी से होता है। अधययन में पाया गया है की स्वर्ण भस्म सेवन करने वाले बच्चो का दिमाग दूसरे बच्चो की तुलना में ज्यादा तेज, एक्टिव और विकसित था। इसके सेवन से मन शांत होता है, एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है। तनाव, चिंता और अवसाद की स्थिति में इसका सेवन बहुत लाभकारी माना जाता है।

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शरीर में करे ऊर्जा का निर्माण (Develop energy in the body)

power badhane ke liye swarn bhasm ke fayde

स्वर्ण भस्म एक बलवर्धक औषधि है। यह कमजोर से कमजोर व्यक्ति को तंदुरुस्त और शक्तिमान बना सकती है। जो व्यक्ति बहुत ही दुबला कर कमजोर हो उसे इसका सेवन अवश्य करनी चाहिए। यह भूख बढ़ाती है व बेहतर चयापचय के मदद से पोषक तत्वों को प्रत्येक पार्ट में ट्रांसफर करती है। जिससे तेजी से शारीरिक विकास होता है और कमजोर शरीर ताकतवर बनने लगती है। 

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ह्रदय स्वास्थ्य में लाभप्रद (Beneficial for heart health)

helthy heart ke liye swarn bhasm ke fayde

स्वर्ण भस्म शरीर में ब्लड सर्कुलशन को बेहतर बनाता है। इससे दिल में बेहतर ढंग से रक्त संचार होता है और दिल की सेहत ठीक रहती है। यह शरीर में खून के थक्के या ब्लड क्लॉट बनने से रोकता है। साथ ही हृदय के कार्यों में बाधा डालने वाले तत्वों को दूर करता है। आयुर्वेद में दिल से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन आप आपको दिल की कोई बीमारी है, तो डॉक्टर के परामर्श पर ही आपको इसका सेवन करना चाहिए।

स्वर्ण भस्म के अन्य फायदे (Another benefits of Swarn bhasm)

फेफड़े मजबूत बनाने, पाचन तंत्र मजबूत बनाने, स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर करने, आंखों की रोशनी बढ़ाने, अस्थमा, जैसी अन्य कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में स्वर्ण भस्म अहम भूमिका निभा सकती है।

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स्वर्ण भस्म के सेवन का सही तरीका (Right way to consume Swarna Bhasma)

सामान्य रूप से 0-5 उम्र के लिए 5 मिलीग्राम 5-10 उम्र के लिए 10 मिलीग्राम 10-15 उम्र के लिए 10-15 मिलीग्राम वही वयस्क रोगी को प्रतिदिन 15 से 30 मिलीग्राम स्वर्ण भस्म का सेवन रोगानुसार विभिन्न अनुपात के साथ सुरक्षित बताया गया है।

स्वर्ण भस्म के संभवतः नुकसान (Side effects of Swarna Bhasma in Hindi)

इस औषधीय धातु के सेवन की मात्रा और समय, रोगी के उम्र और रोग के आधार पर किया जाता है।  अधिक मात्र में सेवन से कुछ गलत परिणाम भी देखने को मिल सकते है। जैसे-

  • घबराहट,  बेचैनी और जी मिचलाना
  • उलटी की समस्या होना
  • शारीरिक शक्ति में कमी और थकावट महसूस होना
  • अशुद्ध भस्म के सेवन से मानसिक थकान और कमजोरी महसूस होना
  • अत्यधिक खनिजो और पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से अधिक मात्रा में सेवन से या ख़राब क्वालिटी होने से इसे पचा पाना काफी मुश्किल ह जाता है ऐसी स्थिति में दस्त की समस्या होना इत्यादि

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चूंकि यह औषधि है इसलिए बिना चिकित्सक की सलाह के उपयोग करने पर स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अत: इसका प्रयोग हमेशा चिकित्सकीय सलाह से ही करना चाहिए।

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