गिलोय के फायदे जानकर हो जायेंगे हैरान | Benefits of Giloy in Hindi

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गिलोय के फायदे है हैरतअंगेज, जानिए इसके औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ!

Posted on Oct 30, 2020
गिलोय के फायदे है हैरतअंगेज, जानिए इसके औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ!
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गिलोय का परिचय और स्वास्थ्यवर्धक फायदे (Health Benefits Of Giloy in Hindi)

आपने गिलोय का नाम तो सुना होगा? और कुछ लोग इसके फायदे भी जानते होंगे पर अधिकांश लोग खासकर शहरी वर्ग के लोग गिलोय के फायदे (Giloy ke Fayde in Hindi) से अनिभिज्ञ होंगे। तो आइये जानते है विस्तार से गिलोय के औषधीय गुणों तथा विशेषताओं के बारे में। गिलोय एक प्राकृतिक वनस्पति है जो अपने औषधीय गुणों की वजह से प्रचलित है। इसका आकार पान के पत्ते की भांति होता है। ये एक बहुवर्षीय लता अर्थात बेल होती है जिसका प्रयोग आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण में किया जाता है। गिलोय की बेल ने न जाने कितने लोगो को भयंकर बीमारियों की चपेट से बचाया है। गिलोय को गुणों की खान भी कहा जाता है जिस कारण वे विश्व भर में अच्छी औषधि के नाम से प्रसिद्ध है।

गिलोय का लैटिन नाम टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया ( Tinospora cordifolia (Willd.) Miers, Syn-Menispermum cordifolium Willd.) है और यह पौधा मैनिस्पर्मेसी (Menispermaceae) कुल का माना जाता है। आयुर्वेद में इसे अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी, आदि के नाम से भी जाना जाता है। ज्वर या बुखार के लिए इसे महान औषधि माना जाता है। गिलोय की बेल जंगल, खेतो की मेड़ो और पहाड़ो की चट्टानों पर देखने को मिलती है। नीम और आम के वृक्ष के आस-पास भी इसे देखा जा सकता है। ये बेल जिस वृक्ष को अपना आधार बनाती है उसके गुण भी इसमें समा जाते है और ये द्विगुणी हो जाती है। इस प्रकार से नीम पर चढ़ी गिलोय की बेल को सबसे अच्छा माना जाता है।

गिलोय के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Giloy)

गिलोय आयुर्वेद की महत्वपूर्ण औषधियों में से एक है। जिसे गुडूची के नाम से भी जाना जाता है। गिलोय में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर रोधी गुण होते हैं। इन्हीं गुणों की वजह से यह बुखार, पीलिया, गठिया, डायबिटीज, कब्ज़, एसिडिटी, अपच, मूत्र संबंधी रोगों आदि से आराम दिलाती है। बहुत कम औषधियां ऐसी होती हैं जो वात, पित्त और कफ तीनो को नियंत्रित करती हैं, गिलोय उनमें से एक है। इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। आधुनिक आयुर्वेदाचार्यों (चिकित्साशात्रियों) के अनुसार गिलोय नुकसानदायक बैक्टीरिया से लेकर पेट के कीड़ों को भी खत्म करती है। टीबी रोग का कारण बनने वाले वाले जीवाणु की वृद्धि को रोकती है। आंत और यूरीन सिस्टम के साथ-साथ पूरे शरीर  को प्रभावित करने वाले रोगाणुओं को भी यह खत्म करती है। मुख्य तौर पर इसका प्रयोग बुखार की समस्या में किया जाता है।

इसके अलावा इस प्राकृतिक वनस्पति में और भी कई गुण है जिनके कारण इसे आयुर्वेद में भी महत्वपूर्ण जड़ी-ब्यूटी का स्थान प्राप्त है। गिलोय की बेल का तन एक ऊँगली या अंगूठे की मोटाई के बराबर होता है। इसके पत्ते हरे रंग के चौड़े और पान के पत्ते के आकार के होते है। गिलोय के बेल की गांठ वाली लकड़ी को जमीं या गमले में गाढ़ देने से ये बहुत जल्दी फलती फूलती है।

गिलोय के प्रमुख फायदे (Major benefits of Giloy in Hindi)

सही मायने में देखा जाये तो गिलोय बहुत ही फायदेमंद और प्रभावशाली आयुर्वेदिक औषधि है। इसके प्रयोग से बड़ी से बड़ी बीमारियों को आसानी से दूर किया जा सकता है। लेकिन आज के समय के लोगो को इस गुणों को जानकारी नहीं है जिस कारण वे अपनी बीमारियों से जूझते रहते है और उनके लिए ढेरो पैसे खर्च करते है। इसीलिए आज हम गिलोय की इस चमत्कारी बेल के फायदों के बारे में बताने जा रहे है।

मधुमेह में फायदेमंद (Beneficial in diabetes):-  गिलोय जूस (giloy juice benefits in hindi) शरीर में ब्लड शुगर के बढे स्तर को कम करती है, तथा इन्सुलिन का स्राव बढ़ाती है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है। इस तरह यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत उपयोगी औषधि है। गिलोय में हाइपोग्लाईसेमिक गुण पाया जाता है जो टाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित रखने में असरदार भूमिका निभाती है।

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इम्युनिटी बढ़ाए (Boost Immunity):- गिलोय की पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसके तने में स्टार्च की मात्र भी बहुत अधिक होती है। यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ-साथ कई खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा करता है। गिलोय के शॉट को आंवला, अदरक और काले नमक में मिलाकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है।

बुखार से राहत दिलाने में फायदेमंद (Beneficial in Relieving fever):- गिलोय या गुडूची (Guduchi) में ऐसे एंटीपायरेटिक गुण पाया जाता है जो किसी भी प्रकार के पुराने बुखार को ठीक करने में मदद करती है। इसी वजह से मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसे गंभीर रोगों में होने वाले बुखार से आराम दिलाने के लिए गिलोय (Giloy benefits in hindi) के सेवन की सलाह दी जाती है।

स्किन एलेर्जी से पाए छुटकारा (Get rid of Skin Allergies):- जिन लोगो को हाथ पैर या पुरे शरीर पर स्किन एलेर्जी होती है, ऐसे लोगो के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद (giloy ke fayde for skin) होता है। गिलोय की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर सुबह शाम एलेर्जी वाली जगह पर लगाने से स्किन एलेर्जी तथा जलन से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा गिलोय जूस (giloy juice ke fayde) का भी इस्तेमाल कर सकते है। 

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एनीमिया से पाए राहत (Relief from Anemia):- एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में खून की कमी होने से उत्पन होती है। वैसे तो खून की कमी से बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होती है पर एनीमिया उन में से प्रमुख है। एनीमिया से आमतौर पर महिलाये सर्वार्धिक ग्रस्त होती है। इस समस्या में गिलोय का रस बहुत लाभकारी (giloy ke anemia me fayde) माना जाता है। गिलोय का रस शरीर मे खून की कमी को दूर करने में मदद करता है और इम्युनिटी भी बढ़ाता है। 

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पाचन तंत्र में करे सुधार (Improve digestion system):- जिन लोगो को अपच, कब्ज, एसिडिटी, गैस और पेट फूलने की समस्या होती है गिलोय उनके लिए बहुत फायदेमंद (giloy benefits for digestion system in hindi) होता है। क्यूंकि गिलोय के तने में पाचन शक्ति बढ़ाने के गुण पाए जाते है। इसके तने को सुखाकर चूर्ण बना ले।  आधा ग्राम गिलोय का चूर्ण थोड़े से आंवले के साथ लेने से इन समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा कब्ज के लिए इसका इस्तेमाल गुड़ के साथ भी किया जाता है।

अन्य बिमारियों में गिलोय के फ़ायदे (Benefits of Giloy): 

  • चीनी और गिलोय को एक साथ प्रयोग करके त्वचा और लिवर से सम्बंधित बीमारियों को समाप्त किया जा सकता है।
  • गिलोय को अरंडी के तेल के साथ मिलाकर प्रयोग करने से गठिया से राहत पायी जा सकती है।
  • Rheumatoid arthritis में गिलोय को अदरक के साथ प्रयोग करने से आराम मिलता है।
  • गठिया के उपचार के लिए घी के साथ इसका प्रयोग करे फायदा मिलेगा।
  • कब्ज़ होने पर गुड़ के साथ गिलोय का प्रयोग करे आराम मिलेगा।
  • लिवर और किडनी से जुडी बीमारियों को कम करने में मदद करे।
  • इसकी anti-pyretic प्राकृतिक घातक बीमारियों के खतरे को कम करे।
  • गिलोय से free radicals की समस्या को भी खत्म किया जा सकता है।
  • डेंगू में गिलोय का सेवन करने से खून की platelets में वृद्धि होती है।
  • Urinary Tract इन्फेक्शन्स को ठीक करने में मदद करे।
  • मलेरिया में गिलोय को शहद के साथ खाने से लाभ मिलता है।
  • गिलोय पाचन तंत्र की देखभाल करे।
  • आँवला के साथ आधा ग्राम गिलोय का नियमित सेवन करने से फायदा मिलता है।
  • बवासीर के मरीजो के लिए यह एक लाभदायक औषधि है।
  • रक्त को शुद्ध करने का काम करे।
  • शरीर में मौजूद toxins को बाहर निकले

दैनिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है गिलोय (Health Benefits Of Giloy Hindi):

  • गिलोय मस्तिष्क को शांत करके अपच की समस्या को दूर करता है।
  • मधुमेह के लिए गिलोय एक फायदेमंद प्राकृतिक औषधि है।
  • गिलोय में मौजूद गुण रक्तचाप की गति को सामान्य करता है।
  • मधुमेह के रोगी गिलोय जूस का सेवन करे जिससे खून में शुगर की मात्रा कम हो जाएगी।
  • गिलोय को adaptogenic औषधि के रूप में जाना जाता है।
  • इसकी मदद से तनाव और घबराहट जैसी समस्या को खत्म किया जा सकता है।
  • गिलोय के साथ अन्य जड़ी-बूटियों को मिलाकर सेवन करने से फायदा मिलता है।
  • दिमाग की शक्ति तेज़ करने में मदद करे।
  • इसकी मदद से दिमाग के toxins को दूर किया जा सकता है।
  • गिलोय को Anti Aging जड़ी बूटी भी कहा जाता है।
  • अस्थमा ठीक करने में फायदेमंद।
  • एक कामोद्दीपक औषधि जिसकी मदद से शरीर में libido की वृद्धि होती है।
  • सेक्स इच्छाशक्ति और स्टैमिना (increase sex stamina) को बढ़ाये।
  • गिलोय की मदद से आँखों से संबंधी समस्याओ को दूर किया जा सकता है।
  • बढ़ती उम्र की निशानियो को कम करे।
  • झुर्रियां ठीक करने में मदद करे।
  • झाइयों को कम करे।
  • मुँहासे के लिए फायदेमंद उपचार है गिलोय।
  • इसकी मदद से निखरी और बेदाग़ त्वचा भी पायी जा सकती है।

जैसा की आपको पता होगा की हर चीज के दो पहलु होते है। उसी प्रकार इसके सेवन से फायदे की जगह मामूली नुकसान भी हो सकता है, अगर मात्रा का ध्यान ना दिया जाये तो इसलिए मात्रानुसार सेवन पर ध्यान दें। कुछ लोग पूछते है बच्चो के लिए यह सुरक्षित है? जी हां, पांच वर्ष और उससे ऊपर की आयु के बच्चो के लिए गिलोय सुरक्षित औषधि है लेकिन एक से दो हफ्ते से अधिक खुराक देना नुकसानदेह हो सकता है।

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